June 1, New Delhi : RSS Sarakaryavah Suresh Bhaiyyaji Joshi released the ‘Agricultural Atlas’ of Madhya Pradesh on June 1st at Indira Gandhi National Centre for Arts (IGNCA) auditorium in Delhi. Honourable Union Minister for Agriculture, Shri Radha Mohan Singh; Honourable Member of Parliament, Shri Murli Manohar Joshi; Organising Secretary of Bharatiya Kisan Sangh, Shri Dinesh Dattatreya Kulkarni and Chairman of the IGNCA, Shri Ram Bahadur Rai address the gathering. Dr. J. K. Bajaj, Director, Centre for Policy Studies, has submitted the presentation on the contents of this Atlas.
The Atlas is a bilingual illustrated compendium of all aspects of Agriculture in Madhya Pradesh comprises detailed maps on the geography, rivers, soils, climate, demography, livestock, changing cropping patterns and production of different crops in the State. It also rigorously records the extraordinary growth in all aspects of agriculture that has taken place in Madhya Pradesh during the last about one and a half decades. It has made Madhya Pradesh the fastest growing State in Agriculture and the State with the largest share of Agriculture in the State Domestic Product.
The Atlas is produced jointly by the Centre for Policy Studies and the Madhya Pradesh Council for Science and Technology.
Resource Atlases of Datia and Tikamgarh districts in Hindi has also released in this occasion.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय सरकार्यवाह श्री भैय्याजी जोशी ने जून 1, 2016 को सायं 5.00 बजे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, जनपथ, दिल्ली में मध्यप्रदेश की कृषि मानचित्रावलि का लोकार्पण किया। इस अवसर पर भारत के माननीय कृषि मंत्री, श्री राधामोहन सिंह, माननीय सांसद श्री मुरली मनोहर जोशी, भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री श्री दिनेश कुलकर्णी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष श्री रामबहादुर राय उपस्थित थे। मानचित्रावलि के संपादक और समाजनीति समीक्षण केंद्र के निदेशक श्री जे.के. बजाज ने मानचित्रावलि की विषय-वस्तु प्रस्तुत की।
समाजनीति समीक्षण केंद्र एवं मध्यप्रदेश विज्ञान एवं तकनीकी परिषद् के संयुक्त प्रयास से बनी इस मानचित्रावलि में मध्यप्रदेश की कृषि के समस्त पक्षों का विस्तृत एवं सचित्र वर्णन हुआ है। मध्यप्रदेश में पिछले डेढ़ दशक में कृषि में हुए अभूतपूर्व विकास का प्रामाणिक चित्रण भी इस मानचित्रावलि में हो गया है। कृषि में हुए इस विकास के कारण मध्यप्रदेश के सकल उत्पाद में अब कृषि का भाग देश भर में सबसे अधिक है और कृषि-उत्पादन में वृद्धि में मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य बन गया है। मध्यप्रदेश में पिछले डेढ़ दशक में एक नयी हरित क्रांति ही हुई है।
इस कृषि मानचित्रावलि के अतिरिक्त इस समारोह में दतिया एवं टीकमगढ़ जिलों की संसाधन मानचित्रावलियों का लोकार्पण भी किया गया।