नई दिल्ली। जनवरी 8, 2014। प्रशांत भूषण के जम्मू कश्मीर संबंधी बयान को लेकर बजरंग दल दिल्ली प्रांत ने आज जंतर-मंतर पर जमकर प्रदर्शन किया, प्रशांत भूषण का पुतला फ़ूँका और उसकी गिरफ़्तारी के लिये राष्ट्रपति को एक मांग पत्र सौंपा। बजरंग दल दिल्ली के प्रांत संयोजक श्री शिव कुमार ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुट है और इसकी रक्षा करना प्रत्येक भारतवासी का परम कर्तव्य है। इसपर यदि कोई प्रश्न चिह्न लगाता है या किसी प्रकार के जनमत संग्रह की बात करता है तो वह राष्ट्रद्रोही से कम नहीं है और उसको उसकी सज़ा अवश्य मिलनी चाहिए।
कश्मीर के संदर्भ में जनमत संग्रह की बात करने वाले आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण के विरुद्ध बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का गुस्सा जंतर-मंतर पर कुछ इस तरह फ़ूटा कि प्रशांत भूषण के पुतले को आग लगाने के बाद उसे जूतों से रौंदा गया। देशद्रोह के अपराध में गिरफ़्तारी की मांग के साथ उसे ‘आप’ पार्टी से निकालने की भी पुरज़ोर मांग की गई। बाद में इस संबंध में एक ज्ञापन भी भारत के महामहिम राष्ट्रपति डा प्रणव मुखर्जी को दिया गया।
ज्ञापन की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि यह पहला अवसर नहीं था जब प्रशांत भूषण ने कश्मीर पर ज़हर उगला हो। इससे पहले भी इसके बयान व क्रियाकलाप ऐसे रहे हैं जो कश्मीर के अलगाववादियों की तर्ज़ पर थे। हमने राष्ट्रपति महोदय से अलगाववादी विचारधारा के लोगों पर तुरंत अंकुश लगाकर उन्हें अविलंब गिरफ़्तार करने की मांग की है। ज्ञापन की एक प्रति आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल को भी भेजी गई है जिसमें उनसे अलगाववादी शक्तियों से दूर रहने का निवेदन करते हुए भूषण को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की गई है।
हाथों में भगवा झंडे व “अलगाववाद को दूर करो, प्रशांत को गिरफ़्तार करो”, “प्रशांत भूषण हाय हाय, हाय हाय, हाय हाय” इत्यादि नारे लिखे प्लेकार्ड लिये प्रदर्शनकारियों ने जंतर मंतर से राष्ट्रपति भवन को प्रस्थान किया। बाद में एक प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति भवन जाकर महामहिम को एक ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों को विहिप दिल्ली के महामंत्री श्री राम कृष्ण श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष श्री अशोक कपूर, दीपक कुमार, गुरदीन प्रसाद रस्तुगी, बजरंग दल के श्री नीरज दौनेरिया, शैलेंद्र जयसवाल, दीपक सिंह इत्यादि अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया।