नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेश (भय्याजी) जोशी ने कहा है कि संघ कालक्रम में आ गये दोषों के परिमार्जन के साथ जागरूक, संस्कारित, संगठित और सक्रिय हिंदू समाज की रचना के लिये ऐसे आदर्श स्वयंसेवकों को तैयार करने में जुटा है, जिनमें उनके व्यक्तिगत जीवन की शुद्धता प्रकट होती हो और वे शेष समाज का मार्गदर्शन कर सकें.
प्रात: साढ़े सात से नौ बजे बजे तक संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के निवास पर संघ के विविध क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और अधिकारियों ने रक्षाबंधन का पर्व मनाया. इस अवसर पर संघ कार्यकर्ताओं के सामूहिक चिंतन को अभिव्यक्त करते हुए सरकार्यवाह ने कहा कि संघ का अपना कोई नया विचार नहीं, इस देश का मूलभूत चिंतन ही संघ के सभी कार्यों का आधार है. उन्होंने कहा कि गत कुछ शतकों के दौरान चिंतन की प्रक्रिया का अवसर कुछ कम रहने के कारण समाज में कुछ कुरीतियां आ गईं. इसीलिये 1974 में तत्कालीन सरसंघचालक परम पूज्य बालासाहब देवरस ने घोषणा की थी कि हमें शुद्ध सात्विक प्रेम के साथ निर्दोष समाज का निर्माण करना है.
सरकार्यवाह ने यह भी स्पष्ट किया कि संघ हिंदू समाज को सभी प्रकार के भेदों से ऊपर उठकर संगठित शक्ति के रूप में खड़ा करना चाहता है. यह न किसी के विरोध में है और न शक्ति प्रदर्शन कर किसी को डराना चाहता है. संघ संस्थापक डा. हेडगेवार को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि हम न किसी से डरते हैं और न किसी को डराते हैं. हमारा इतिहास साक्षी है कि हम अपने देश से बाहर कभी भी शस्त्र लेकर नहीं बल्कि शास्त्र लेकर गये.
भय्याजी ने कहा कि यदि हिन्दू समाज में एक बार फिर श्रद्धा और आत्मविश्वास जगाना है तो मंदिरों को सुरक्षित करना चाहिये. केरल में आज कई तरह से भगवा ध्वज, पताकायें लहराती हुईं दिखाई देने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जब वहां पर बाल गोकुलम का समारोह चलता है, तब सारे केरल के लोग चाहे वह किसी भी सम्प्रदाय के हों, वह चाहे ईसाई हों या मुस्लिम या हिन्दू, वह चाहते हैं कि उनके बच्चे इस यात्रा में सम्मिलित हो जायें.
उन्होंने विविध क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से परस्पर सद्भाव बढ़ाकर देश की सेवा में आगे बढ़ने का आह्वान किया. इस आयोजन में वरिष्ठ बीजेपी नेता श्री लाल कृष्ण आडवाणी, श्री नितिन गडकरी, शिक्षा बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष श्री दीनानाथ बत्रा, स्वदेशी जागरण मंच के प्रमुख श्री कश्मीरी लाल जी, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के अलावा लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी सम्मिलित हुईं. यहां पर सभी ने एक-दूसरे को राखी बांधकर एकदूसरे की रक्षा का संकल्प लिया.