Bulandshahar, Uttara Pradesh: Over 15,000 RSS Swayamsevaks gathered in Ganavesh at a mega RSS Conclave ‘Swayamsevak Sangam’ at DAV College grounds, Bulandshahar in Uttar Pradesh on Feb 8. Indresh Kumar, Member, Central Executive of RSS addressed on the occasion.
बुलंदशहर : . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य मा. इंद्रेश जी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा की टिप्पणी पर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को ना तो भारतीय संस्कृति का पता है, और ना ही वे महात्मा गांधी के बारे में जानते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा का बयान देकर भारतीयता का अपमान किया है.
बुलंदशहर में डीएवी कालेज के खेल मैदान में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक संगम में 15 हजार गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने भाग लिया. इंद्रेश जी ने किसी पार्टी का नाम ना लेते हुये कहा कि आज हिंदुस्तान बदल रहा है और इसकी शुरूआत हो चुकी है. अब हमें चीन और पाकिस्तान की धमकी नहीं चाहिये. न्यूक्लियर के प्रयोग पर भारत पर प्रतिबंध लगे यह भी स्वीकार नहीं करेंगे. भारत देश विकास की ओर अग्रसर है और वह दिन दूर नहीं जब हम विकसित देशों की श्रेणी में खड़े होंगे और विश्व में भारत का कद बढ़ेगा.
उन्होंने बलात्कार, कन्या भ्रूण हत्या, महिला उत्पीड़न दहेज हत्या और छेड़छाड़ की घटनाओं पर कहा कि सरकार को कानून में बदलाव करना चाहिये. ऐसा होता है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी सहयोग करेगा. जिससे समाज को ऐसी घटनाओं से छुटकारा मिले. उन्होंने कहा कि भारत में सब हिंदू हैं और कोई अलग नहीं है. सभी को पैदा करने वाला ऊपर वाला है. इसलिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है. संगम में बुलंदशहर, खुर्जा और ग्रेटर नोएडा से स्वयंसेवकों ने गणवेश में भागीदारी की.
बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ओबामा ने भारत में धार्मिक असहिष्णुता बढऩे की जो टिप्पणी की है, वह उनकी अज्ञानता और कम समझ को दर्शाता है. ओबामा को भारत की संस्कृति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में ज्ञान अधूरा है या समझ कम है. उनका यह बयान देशवासियों के लिये आहत करने वाला व भारतीयता का अपमान है. भारत तो बहुधर्मी और सहिष्णुता वाला देश है. यहां सभी पंथ के लोगों को सम्मान मिलता है. भारत से अधिक सहिष्णुता अमेरिका व इंलैंग्ड में नहीं है. उन्होंने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी इस बात की सूचक है कि वह चर्च को बढ़ावा देने के लिये ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी देश को आतंकवाद को प्रश्रय नहीं देना चाहिये. यह सभी के लिये घातक है.